इस blog में आपको Uttarakhand के टिहरी गढ़वाल में स्थित Tehri dam, Tehri dam on which river, Tehri dam timing, Tehri dam nearby places, Tehri dam depth, Tehri dam location, Tehri dam hotels, Adventure sports at Tehri dam आदि के बारे में बताएंगे।
यह बांध Uttarakhand राज्य में टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है। यह बांध भागीरथी नदी पर बनाया गया है, जो की गंगा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
टिहरी बांध एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो पूरे भारत और दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। बांध बनने के कारण इस क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिल रहा है जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।
Tehri Dam Uttarakhand
भागीरथी नदी का उद्गम Uttarakhand में Gangotri Glacier से होता है और बाद में यह Devprayag में अलकनंदा नदी में विलय हो जाती है। इसके बाद यह गंगा के नाम से जानी जाती है ।
Tehri Dam भागीरथी और भिलंगना नदियों के संगम पर स्थित है, जो कि Tehri शहर से लगभग 2 किलोमीटर नीचे की ओर है। इस Dam का निर्माण भागीरथी घाटी के ऐसे भाग पर किया गया था जहां पर खड़ी पहाड़ियां है और यह भाग ढलानों से घिरा हुआ है।
जिस कारण यह भारत का सबसे ऊंचा और दुनिया का 8वां सबसे ऊंचा बांध है। इसकी कुल ऊंचाई 260.5 मीटर और लंबाई 575 मीटर (1,886 फीट) है।
यहाँ जो जलाशय बनाया गया है उसमें 3.54 मिलियन एकड़ फीट की क्षमता है। अर्थात हम उसमें 3.54 लीटर पानी भंडारण करके रख सकते हैं।
इसके निर्माण करने का प्राथमिक उद्देश्य जल से विद्युत उत्पादन करना है। जिससे उत्तराखंड और अन्य कई राज्यों को बिजली की जरूरत को पूरा किया जाता है इसकी स्थापित क्षमता 1000 मेगावाट है। यह बिजली उत्पादन के साथ-साथ ऐसे कई कार्यो में मदद करता है जैसे आसपास के खेतों में सिंचाई का पानी पहुंचाना शहरों और अन्य कस्बों में पीने का पानी मुहैया कराना।
इस बांध के निर्माण के बाद से क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण में मदद मिली है। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि टिहरी बांध से हमें काफी लाभ हुआ परंतु इसके निर्माण के फल स्वरुप कई वनों की कटाई और कई हिमालय क्षेत्र में भूस्खलन जैसी समस्याएं अधिक पैदा होने लगी जो की एक चिंता का विषय है।
Tehri Dam distance
City | Distance from Tehri Dam |
---|---|
Delhi | 310 Km |
Dehradun | 108 Km |
Rishikesh | 84 Km |
Haridwar | 109 Km |
Gurugram | 350 Km |
Mussoorie | 82 Km |
Kotdwar | 167 Km |
Tehri Dam history
इस बांध का निर्माण का कार्य वर्ष 1978 में शुरू हुआ था और यह बांध वर्ष 2006 में पूरी तरह बनकर तैयार हो गया था। बांध को वर्ष 2006 में चालू किया गया था और वर्ष 2007 में यहाँ बिजली का संचालन शुरू किया गया था।
इसे बनाने की कुल लागत 2.5 बिलियन डॉलर है। परंतु इसके निर्माण के समय में ऐसी कई गांव थे जो जलमग्न हो गए थे और यहां तक ऐतिहासिक शहर टिहरी भी जलमग्न हो गया था। जिस कारण यहां के निवासियों के पुनर्वास की आवश्यकता पड़ गई थी। यह टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और टिहरी जलविद्युत परिसर का प्राथमिक बांध है।
Tehri Dam Timing and entry fees
वैसे तो टिहरी बांध 24 घंटे खुला रहता है, परंतु यहां घूमने का सबसे सही समय सुबह 9:00 बजे से शाम के 6:00 तक का होता है। अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ यहां घूमने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको एक दिन का समय निकालना पड़ेगा।
टिहरी बांध घूमने के लिए आपको किसी भी प्रकार की एंट्री फीस नहीं देनी पड़ेगी। अगर आप यहां स्पोर्ट्स एक्टिविटीज करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको फीस देनी पड़ेगी।
Tehri Dam water sports
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ के साथ उत्तराखंड घूमने आए हैं और यदि आप उनके साथ किसी भी प्रकार के एडवेंचर तथा वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज का आनंद लेना चाहते हैं तो टिहरी आपके घूमने के लिए एक अच्छा डेस्टिनेशन होगा। जहां आप वॉटर स्पोर्ट्स और अन्य कई फन एक्टिविटीज का आनंद ले सकेंगे।
टिहरी की प्राकृतिक सुंदरता की बात ही अलग है। पहाड़ों के बीच मौजूद दिए झील में आप कई सारी एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं। टिहरी में मौजूद टिहरी झील में आप कई सारी वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज कर सकते हैं।
यहां पर आप कई प्रकार की वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज जैसे कि Jet-Ski, Motor Boating, Speed Boating, Surfing, Parasailing आदि का आनंद ले सकते है।
Tourist Places near Tehri dam
अगर आप अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ टिहरी बांध घूमने आए हैं तो यहां से आप अन्य कहीं जगह भी घूम सकते हैं यहां नीचे हमने कुछ Tehri dam के पास घूमने की best places आपको बताए हैं।
- Dhanaulti
- Maa Surkanda Devi Temple
- Maa Chandrabadni Temple
- Mussoorie
- Devprayag
- Chamba
- Rishikesh
Tehri Dam floating huts
अब टिहरी बांध में आए हुए पर्यटक तैरते हुए हाउस यानी फ्लोटिंग हाउस का भी आनंद ले सकते हैं। टिहरी बांध में मौजूद यह फ्लोटिंग हाउस बेहद ही खूबसूरत लगते हैं चारों ओर पहाड़ों से गिरे ये फ्लोटिंग हार्ट काफी सुंदर लगते हैं।
टिहरी डैम में उपस्थित इन फ्लोटिंग हार्ट की बुकिंग आप ऑनलाइन website से या फिर वही जाकर कर सकते हैं। फ्लोटिंग हार्ट में रहने का एक रात का खर्चा लगभग 6 से 7000 तक का होता है।
अगर आप इन floating huts की बुकिंग वेबसाइट से करते हैं तो शायद आपको इनमें कुछ डिस्काउंट देखने को मिल जाए।
Conclusion
उत्तराखंड में मौजूद यह बांध विश्व के बड़े बांधों में शामिल है यह बांध भारत का प्रथम तथा विश्व का आठवां सबसे ऊंचा बांध है। टिहरी बांध न केवल सिंचाई के लिए उपयोग होता है बल्कि यह बिजली उत्पादन के लिए भी जरूरी है।
टिहरी बांध आकर आप कई सारे एडवेंचर एक्टिविटीज भी कर सकते हैं और इसके साथ ही यहां के वातावरण का भी आनंद ले सकते हैं।
उत्तराखंड का सबसे बड़ा बांध कौन सा है?
टिहरी बांध उत्तराखंड का सबसे बड़ा बांध है। टिहरी बांध भारत का प्रथम तथा विश्व का आठवां सबसे ऊंचा बांध है। इसकी कुल ऊंचाई 260.5 मीटर और लंबाई 575 मीटर (1,886 फीट) है।
टिहरी बाँध कहाँ और किस नदी पर बना हुआ है?
यह बांध Uttarakhand राज्य में टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है। यह बांध भागीरथी नदी पर बनाया गया है, जो की गंगा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
टिहरी बांध पर फ्लोटिंग हार्ट की कीमत कितनी होती है?
टिहरी बांध पर बने फ्लोटिंग हार्ट में रहने के लिए एक रात की कीमत लगभग 5 से 7000 रुपए तक होती है।
टिहरी बांध पर जाने के लिए एंट्री फीस कितनी है?
टिहरी बांध पर अगर आप जाना चाहते हैं तो आपको किसी भी प्रकार की कोई एंट्री फीस नहीं लगेगी।
टिहरी बांध पर जाने के लिए सबसे सही समय कौन सा है?
वैसे तो टिहरी बांध दिन के 24 घंटे ही खुला रहता है लेकिन अगर आप वहां जाना चाहते हैं और प्रकृति के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक वहां जाना चाहिए।